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तिल तैल 100 ml में 10 कली लहसुन ,सौठ 2 ग्राम मिलाकर तैल को उबालेकली काली पड़ने पर छानकर रख ले यह दर्द नाशक तैल तैयार हो जायेगे जोड़ो में दर्द कट की आवाज गर्दन में दर्द कमर दर्द आदि सभी दर्दो को असरदार दवा हैइसको गर्म करके मालिस करने से दर्द हो जाएंगा छूमंतर By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब 🌹🙏🙏🌹,,

आयुर्वेद में आंवला को रसायन माना गया है By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब अर्थात इम्युनिटी बढ़ाने वालासाथ मे यह आंखों बालो पेट स्किन की बीमारी भी ठीक करता हैआयुर्वेद से ईलाज,

भोजनान्ते पिबेत्‌ तक्रं, दिनांते च पिबेत्‌ पय:।निशांते पिबेत्‌ वारि: दोषो जायते कदाचन:।अर्थात् भोजन के बाद छाछ, दिनान्त यानी शाम को दूध, निशांत यानी सुबह पानी पीने वाले के शरीर में कभी किसी तरह का दोष या रोग नहीं होता।इसलिए भोजन के बाद मट्‌ठा पीना स्वास्थ्य के लिए ठीक माना जाता है।छाछ का महत्त्वपूर्ण गुण हैआमज दोषों को दूर करना।हम जिस आहार का सेवन करते हैं उस आहार में से पोषण के लिए उपयोगी जो रस विलग होकर बिना पचे पड़ा रहता है उसे ’आम’ कहते हैं। आम अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न करता है।इन आमज दोषों को दूर करने में छाछ बहुत उपयोगी है।आम की चिकनाहट को तोड़ने के लिए खटाई (एसीड) की आवश्यकता पड़ती है।यह खटाई छाछ उपलब्ध करवाती है। छाछ इस चिकनाहट को शनैः शनैः आँतोें से विलग कर, उसे पकाकर बाहर ठेल देती है।इसीलिए पेचिश में इन्द्रजौ के चूर्ण के साथ और अर्श में हर्र के चूर्ण के साथ छाछ का सेवन करने से लाभ होता है।संग्रहणी के रोगी को केवल छाछ पर ही रखने का निर्देश है।जब दुर्बल बनी आँतें किसी भी आहार का पाचन नहीं कर सकती, जो भी आहार लिया जाए उसे विकृत बनी हुई ग्रहणी पूरा का पूरा बाहर धकेल देती है, ऐसी स्थिति में छाछ आँतों को बल प्रदान करती है, ग्रहणी की ग्रहण-शक्ति बढ़ाती हैऔर आवश्यक पाचक रस उत्पन्न कर ग्रहणी की क्रिया को व्यवस्थित करती है।अतः संग्रहणी के भयंकर रोगियों को केवल छाछ पर रखकर तक्र-प्रयोग (तक्रकल्प) से स्वस्थ किया जा सकता है।तक्रकल्प - गाय का दूध जमाकर, कम खटाईवाले दही में तीनगुना पानी मिलाकर, मथकर, मक्खन निकालकर, उस छाछ का सुबह-शाम अल्प भोजन के पश्चात् एक गिलास से लेकर अनुकूलता के अनुसार अधिकाधिक मात्रा में निरंतर पाँच-सात दिन तक सेवन करें। प्यास लगने पर पानी के स्थान पर उपर्युक्त छाछ पीएँ सिर्फ हाथ धोने और कुल्ले करने के लिए ही पानी का उपयोग करें। भोजन में चावल, खिचड़ी, उबाली हुई तरकारी, मूँग की दाल तथा रोट-रोटी का सेवन करें।दूसरे सप्ताह आधा मक्खन निकालकर बनायी हुई छाछ का प्रयोग करें।शरीर की अनुकूलता के अनुसार छाछ की मात्रा बढ़ाते जाइए और अनाज की मात्रा घटाते रहिए। इस प्रकार तक्र- प्रयोग कीजिए।पाचन-शक्ति की दुर्बलता, जठराग्नि की मंदता और संग्रहणी सदृश रोगों में इस तक्र-कल्प के प्रयोग से नव-जीवन प्राप्त होता है।अग्नि प्रबल होने पर रोग-प्रतिकारक शक्ति बढ़ती हैजिस रोग को लक्ष कर तक्र-कल्प करना हो वह यदि वातजन्य हो तो छाछ में सेंधा नमक और सोठ डालिए, पित्तजन्य हो तो उसमें थोड़ी इलायची व शक्कर डालिए, कफजन्य हो तो उसमें त्रिकटु का चूर्ण मिलाइए। अर्श, अतिसार या ग्रहणी रोग में जीरा, घी में सेंकी हुई हींग और सेंधा नमक मिलाकर तक्र का प्रयोग कीजिए जब मल ठीक से बँधा हुआ आने लगे, भूख अच्छी तरह खुल जाए, तब तक्र-कल्प की समाप्ति कीजिए और शनैः शनैः छाछ की मात्रा को कम करते जाइए तथा अन्न की मात्रा बढ़ाते जायेइस तरह इस रोग से पूरी तरह ठीक हो जायेगे By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,

त्रिफला तीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ये तीन जड़ी बूटियों निम्न हैं :आंवलाबहेड़ाहरड़त्रिफला शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर पेट, छोटी आंत और बड़ी आंत को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कोलोन टोनर के रूप में भी काम करता है। कोलोन के ऊतकों को मजबूत बनाने और टोनिंग में मदद करता है जिससे शरीर का वजन कम होता है। इसके अलावा यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी पाचन तंत्र के कब्ज और सूजन को भी कम करने में प्रभावी है। सिर्फ यही नहीं, त्रिफला कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और शरीर को फूलने से रोकता है।त्रिफला चूर्ण शहद के साथ लेने से आँखों की रोशनी बढ़ती हैत्रिफला खून साफ करने वाला,पेट साफ करने वाला,बालो को झड़ने ओर सफेद होने से रोकता हैं।,

विटामिन-सी से भरपूर आंवला, By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब आंखों, बालों और त्वचा के लिए तो फायदेमंद है ही, इसके यह 10 अनमोल फायदे बिल्कुल अमृत के समान हैं। अगर आप नहीं जानते आंवले के यह फायदे, तो जरूर जानिए ... 1 डायबिटीज के मरीजों के लिए आंवला बहुत काम की चीज है। पीड़ि‍त व्यक्ति अगर आंवले के रस का प्रतिदिन शहद के साथ सेवन करे तो बीमारी से राहत मिलती है। 2 एसिडिटी की समस्या होने पर आंवला बेहद फायदेमंद होता है। आंवले का पाउडर, चीनी के साथ मिलाकर खाने या पानी में डालकर पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है। इसके अलावा आंवले का जूस पीने से पेट की सारी समस्याओं से निजात मि‍लती है।3 पथरी की समस्या में भी आंवला कारगर उपाय साबित होता है। पथरी होने पर 40 दिन तक आंवले को सुखाकर उसका पाउडर बना लें, और उस पाउडर को प्रतिदिन मूली के रस में मिलाकर खाएं। इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में पथरी गल जाएगी।4 रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर, प्रतिदिन आंवले के रस का सेवन करना काफी लाभप्रद होता है। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है, और खून की कमी नहीं होने देता।5 आंखों के लिए आंवला अमृत समान है, यह आंखों की रौशनी को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके लिए रोजाना एक चम्मच आंवला के पाउडर को शहद के साथ लेने से लाभ मिलता है और मोतियाबिंद की समस्या भी खत्म हो जाती है।6 बुखार से छुटकारा पाने के लिए आंवले के रस में छौंक लगाकर इसका सेवन करना चाहिए, इसके अलावा दांतों में दर्द और कैविटी होने पर आंवले के रस में थोड़ा सा कपूर मिला कर मसूड़ों पर लगाने से आराम मिलता है।7 शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर आंवला सबसे बेहतर उपाय है। आंवले के रस का सेवन या आंवले को किसी भी रूप में खाने पर यह ठंडक प्रदान करता है। हिचकी तथा उल्टी होने की पर आंवले के रस को मिश्री के साथ दिन में दो-तीन बार सेवन करने से काफी राहत मिलेगी।8 याददाश्त बढ़ाने में आंवला काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए सुबह के समय आंवला के मुरब्बा गाय के दूध के साथ लेने से लाभ होता है, इसके अलावा आप प्रतिदिन आंवले के रस का प्रयोग भी कर सकते हैं।,

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रोज़ाना पिएं हल्दी मिलाकर गर्म पानी, ये हैं फायदे By: वनिता कासनियां प्रदेशाध्यक्ष पंजाब हम रोज़ाना पानी में हल्दी मिलाकर पिएं तो इससे हमारा डायजेशन तो ठीक होता ही है, लेकिन उसके साथ-साथ हमारा वज़न भी कम होता है, हमारा इम्यून सिस्टम ठीक होता है, हमारी स्किन पर ग्लो आता है, आदि।भोपाल। हम अकसर हेल्दी रहने के लिए कोई ना कोई तरीके आज़माते रहते हैं जैसे कि कभी गर्म पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीना या फिर सुबह गर्म पानी के साथ मेथी खाना, आदि। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि अगर रोज़ सुबह पानी में हल्दी मिलाकर पी जाए तो इससे हमारी सेहत पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है।अगर हम रोज़ाना पानी में हल्दी मिलाकर पिएं तो इससे हमारा डायजेशन तो ठीक होता ही है, लेकिन उसके साथ-साथ हमारा वज़न भी कम होता है, हमारा इम्यून सिस्टम ठीक होता है, हमारी स्किन पर ग्लो आता है, आदि। आइये जानते हैं हल्दी में पानी मिलाकर पीने के अनेक फायदे।1. कैंसर को रखता है दूर- जब हम हल्दी को पानी में डालकर पीते हैं तो उसमें करक्यूमिन नाम का एक कैमिकल पाया जाता है जो कि कैंसर पैदा करने वाले सेल्स से लड़ने वाला एंटीऑक्सीडेंट बनाता है। 2. डायजेशन होता है बेहतर- कई रिसर्च में ये पाया गया है कि पानी में हल्दी को घोलकर पीने से हमारे शरीर में पित्त का निर्माण ज्यादा होता है। इस पित्त के बनने से हमारा खाना जल्दी हजम हो जाता है और हमारा डायजेशन अच्छा बना रहता है।यह भी पढ़ें...यहां महिलाएं करती हैं गांजे की तस्करी, ओडीशा से आती है खेप3. शरीर की सूजन होती है कम- हल्दी में एक करक्यूमिन नाम का केमिकल पाया जाता है जो कि हमारे शरीर में दवा का काम करता है। जब भी हमारे शरीर में सूजन आती है तो यही केमिकल है जो कि शरीर की इस सूजन को कम करता है। शरीर की सूजन कम करने के साथ-साथ ये जोड़ों में होने वाले दर्द को भी दूर करता है।4. दिमाग को करता है तेज़- हल्दी दिमाग के लिए बहुत ही अच्छी मानी जाती है इसलिए रोज़ सुबह उठकर गर्म पानी में हल्दी डालकर पीना दिमाग के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है, इससे हमारा दिमाग तेज़ होता है। इससे हमें डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे बीमारियां होने का खतरा भी दूर रहता है और हमारे भू्लने की बीमारी दूर होती है।5. दिल रहेगा हेल्दी- हल्‍दी सिर्फ पानी में ही नहीं बल्कि दूध में भी बहुत फायदा करती है। हल्दी वाला दूध पीने से खून जमता नहीं है जो कि हमारे दिल के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा हल्दी वाला दूध पीने से हमारा खू्न भी साफ हो जाता है। इन सब कारणों से हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।,