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आपकी त्वचा के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है एलोवेरा जेल, जानिए इसके स्किन बेनिफिट्स By वनिता कासनियां पंजाब एलोवेरा अपने आप में फायदेमंद है। लेकिन जब बात त्वचा की आती है, तो एलोवेरा जेल का कोई मुकाबला नहीं हैं। इसलिए ये आपकी स्किन केयर रूटीन का खास हिस्सा बन सकता है। गर्मी का मौसम आपको त्वचा के प्रति निर्दयी हो सकता है। आपको न केवल बहुत सारी शारीरिक परेशानी महसूस होगी बल्कि आधे घंटे तक धूप में रहने से आपकी त्वचा डल और टैन हो सकती है। जब हम टैन की बा करते हैं, तो यह उस तरह की टैनिंग नहीं है जो आपक खूबसूरत बनाती है। गर्मी के मौसम में धूप में निकलने स आपको जल्दी झुर्रियां पड़ सकती हैं और चेहरे प रंजकताका प्रभाव अधिक हो सकता है यदि आप बहुत ज्यादा बाहर निकलते हैं और आपको अधिक धूप लगती है, तो समस्या का सबसे अच्छा समाधान एलोवेरा जेल प्राप्त करना है। एलोवेरा के पौधे लगभग हर घर में पाए जाते हैं। साथ ही, इन पौधों का रखरखाव करना बिल्कुल भी कठिन नहीं है। इस पौधे से मिलने वाला जेल विटामिन ए, सी, ई और बी12 से भरपूर होता है। यह त्वचा के लिए किसी मृग कस्तूरी से कम नहीं होता है। चेहरे पर एलोवेरा जेल के...

एलोवेरा,हल्दी के फायदेस्वास्थ्य घरेलू नुस्खेगिलोय का काढ़ा कैसे बनाते हैं?By वनिता कासनियां पंजाबगिलोय की वयस्क बेल जिसका रंग हरा न हो, व उस पर सफेद रंग की पतली परत बन चुकी हो, उसी का उपयोग किया जाता है।गिलोय काढ़ा के लिए सामग्री :-सादा साफ पीने का पानी - दो कपगिलोय लता के एक-एक इंच के टुकड़े - 5पिसी हल्दी - एक चम्मचअदरक का टुकड़ा - 2 इंचतुलसी के पत्ते - 6 या 7गुड - 20 ग्राम (कडवाहट कम करने हेतु)बनाने का तरीका :-सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी को मीडियम आंच पर उबलने के लिए रख दें।अब इसमें बाकी सभी सामग्री को डालें और गिलोय भी डाल दें, अब धीमी आंच पर इसे पकने दें।जब पानी आधा रह जाए और सभी चीजें अच्छे से पक जाएं तो गैस बंद कर दें।4 किसी कपड़े या छन्नी से इसे छानकर कप में डालें और चाय की तरह पीएं।गिलोय का काढ़ा की पीने योग्य मात्रा :-गिलोय का काढ़ा प्रतिदिन एक कप या आधा कप दो बार से ज्यादा नहीं पीना चाहिए।एक कप से ज्यादा मात्रा में काढ़ा पीने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं।अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर की परामर्श के बाद ही इसे पीना चाहिए।गर्भवती महिलाएं, नवजात बच्चों को काढ़ा देने से पहले भी चिकित्सक की सलाह लें, ऐसे लोगों को ये काढ़ा पीने से लो ब्लड प्रेशर और ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा हो सकता है।गिलोय की काढे के लिए योग्य बेल 👇👇यह चित्र गूगल से साभार health home remediesHow to make decoction of Giloy?By Vanitha Kasniya PunjabThe adult vine (creeper) of Giloy, which is not green in color, and a thin layer of white color has formed on it, is used.gilo

हल्दी के फायदे स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे गिलोय का काढ़ा कैसे बनाते हैं? By वनिता कासनियां पंजाब गिलोय की वयस्क बेल  जिसका रंग हरा न हो, व उस पर सफेद रंग की पतली परत बन चुकी हो, उसी का उपयोग किया जाता है। गिलोय काढ़ा के लिए सामग्री :- सादा साफ पीने का पानी - दो कप गिलोय लता के एक-एक इंच के टुकड़े - 5 पिसी हल्दी - एक चम्मच अदरक का टुकड़ा - 2 इंच तुलसी के पत्ते - 6 या 7 गुड - 20 ग्राम (कडवाहट कम करने हेतु) बनाने का तरीका :- सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी को मीडियम आंच पर उबलने के लिए रख दें। अब इसमें बाकी सभी सामग्री को डालें और गिलोय भी डाल दें, अब धीमी आंच पर इसे पकने दें। जब पानी आधा रह जाए और सभी चीजें अच्छे से पक जाएं तो गैस बंद कर दें। 4 किसी कपड़े या छन्नी से इसे छानकर कप में डालें और चाय की तरह पीएं। गिलोय का काढ़ा की पीने योग्य मात्रा :- गिलोय का काढ़ा प्रतिदिन एक कप या आधा कप दो बार से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। एक कप से ज्यादा मात्रा में काढ़ा पीने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर की परामर्श के बाद ही इसे पीना चाहिए। गर्भवती महिलाएं, न...

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे गिलोय का काढ़ा कैसे बनाते हैं? By वनिता कासनियां पंजाब गिलोय की वयस्क बेल जिसका रंग हरा न हो, व उस पर सफेद रंग की पतली परत बन चुकी हो, उसी का उपयोग किया जाता है। गिलोय काढ़ा के लिए सामग्री :- सादा साफ पीने का पानी - दो कप गिलोय लता के एक-एक इंच के टुकड़े - 5 पिसी हल्दी - एक चम्मच अदरक का टुकड़ा - 2 इंच तुलसी के पत्ते - 6 या 7 गुड ,- 20 ग्राम (कडवाहट कम करने हेतु) बनाने का तरीका :- सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी को मीडियम आंच पर उबलने के लिए रख दें। अब इसमें बाकी सभी सामग्री को डालें और गिलोय भी डाल दें, अब धीमी आंच पर इसे पकने दें। जब पानी आधा रह जाए और सभी चीजें अच्छे से पक जाएं तो गैस बंद कर दें। 4 किसी कपड़े या छन्नी से इसे छानकर कप में डालें और चाय की तरह पीएं। गिलोय का काढ़ा की पीने योग्य मात्रा :- गिलोय का काढ़ा प्रतिदिन एक कप या आधा कप दो बार से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। एक कप से ज्यादा मात्रा में काढ़ा पीने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर की परामर्श के बाद ही इसे पीना चाहिए। गर्भवती महिलाएं, नवजात बच्चों को काढ़ा देने से पहले भी चिकित्सक की सलाह लें, ऐसे लोगों को ये काढ़ा पीने से लो ब्लड प्रेशर और ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा हो सकता है। गिलोय की काढे के लिए योग्य बेल 👇👇 यह चित्र गूगल से साभार health home remedies How to make decoction of Giloy? By Vanitha Kasniya Punjab The adult vine (creeper) of Giloy, which is not green in color, and a thin layer of white color has formed on it, is used. gilo

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे गिलोय का काढ़ा कैसे बनाते हैं? By वनिता कासनियां पंजाब गिलोय की वयस्क बेल जिसका रंग हरा न हो, व उस पर सफेद रंग की पतली परत बन चुकी हो, उसी का उपयोग किया जाता है। गिलोय काढ़ा के लिए सामग्री :- सादा साफ पीने का पानी - दो कप गिलोय लता के एक-एक इंच के टुकड़े - 5 पिसी हल्दी - एक चम्मच अदरक का टुकड़ा - 2 इंच तुलसी के पत्ते - 6 या 7 गुड - 20 ग्राम (कडवाहट कम करने हेतु) बनाने का तरीका :- सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी को मीडियम आंच पर उबलने के लिए रख दें। अब इसमें बाकी सभी सामग्री को डालें और गिलोय भी डाल दें, अब धीमी आंच पर इसे पकने दें। जब पानी आधा रह जाए और सभी चीजें अच्छे से पक जाएं तो गैस बंद कर दें। 4 किसी कपड़े या छन्नी से इसे छानकर कप में डालें और चाय की तरह पीएं। गिलोय का काढ़ा की पीने योग्य मात्रा :- गिलोय का काढ़ा प्रतिदिन एक कप या आधा कप दो बार से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। एक कप से ज्यादा मात्रा में काढ़ा पीने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर की परामर्श के बाद ही इसे पीना चाहिए। गर्भवती महिलाएं, नवजात बच्चों ...

(इलायची खाने के फायदे)

मेन्ू य स्वस्थ और संतोषजनक विशेषताएं और विशेषताएं ग्रूमिंग कुशल और पराक्रमी देश कोविड मेड रात को खाने से पहले खाने के 7 फायदे, आयुर्वेदाचार्य प्रेग्नेंसी में प्रेग्नेंसी के कारण खराब हो सकता है I By वनिता कासनियां पंजाब ? इमल्शन (इलायची) न होने की वजह से यह खराब हो सकता है।  विटामिन के तापमान में पर्याप्त मात्रा में विटामिन जैसे- जैसे तापमान, तापमान, विटामिन, 6, ​​मौसम, मौसम, मौसम, विटामिन विटामिन विटामिन सी, विटामिन विटामिन विटामिन, मिनरल्स आदि।  इस तरह के साथ के साथ दुगना के साथ के साथ के साथ के साथ संभव हो सकता है।  ...  जी हां, इस लेख है।  ️ आपको️️️️️️️ है हैं हैं हैं पर सेहत है है हैं पर है है है है है हएम है पर आयुर्विज्ञान आयुर्वेद आयुर्वेद जड़ी बूटी क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (आयुर्वेदाचार्य डॉ. एम मुफिक) से भी बात की।  आगे है... मुखth-kir पr प ranirahair की होती हैं हैं हैं हैं ह ह ह ray हैं हैं हैं  हैं  ह kasak आम होती है है है लोग लोग छोटी छोटी छोटी छोटी छोटी छोटी छोटी के भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी...