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हल्दी के लाभ, गुण व उपयोग (Benefits Of Turmeric In Hindi) By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब:🥦🌹🙏🙏🌹🥦हल्दी-के-लाभमसालों में हल्दी का अपना एक विशेष महत्व है। लगभग हर घर की रसोई में हल्दी मिल जाती है। हल्दी खाने का स्वाद और रंग रूप तो बढ़ाती ही है इसके अलावा यह कई तरह के रोगों से भी बचाव करती है। इसी कारण पुराने समय से ही हल्दी का प्रयोग जड़ी बूटी के रूप में भी किया जा रहा है। आयुर्वेद में हल्दी के लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया है।हल्दी के लाभ (Benefits Of Turmeric)हल्दी एक जड़ी-बूटी है। इसका इस्तेमाल मसालों के रुप में प्रमुखता से किया जाता है। हिंदू धर्म में पूजा में या कोई भी शुभ काम करते समय भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है। खाने के अलावा कई तरह की बीमारियों से बचाव में भी हल्दी का उपयोग होता है।सर्दी–जुकाम में हल्दी से लाभहल्दी की तासीर गर्म होती है। इसलिए जुकाम में इसका सेवन करना फायदेमंद रहता है। हल्दी के धुंए को रात के समय सूंघने से जुकाम में राहत मिलती है। हल्दी सूंघने के कुछ देर बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।सिर की फुंसियों में हल्दी से फायदागर्मियों के मौसम में अक्सर सिर में फुंसियां हो जाती है। जिससे सिर में खुजली होने लगती है और खुजलाने पर दर्द और जलन होती है। इस समस्या से आराम पाने के लिए हल्दी और दारूहरिद्रा, भूनिम्ब, त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर रोजाना सिर पर मालिश करें।मासिक धर्म के समय हल्दी का सेवनकई महिलाओं को मासिक धर्म के समय अधिक दर्द व पेट में ऐंठन का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। मासिक धर्म के दौरान हल्दी दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है।आंखों के दर्द में हल्दी से लाभआंखों में दर्द होने पर या किसी तरह का संक्रमण होने पर हल्दी का प्रयोग करना लाभप्रद रहता है। हल्दी को उबालकर व छानकर इसे आंखों में डालने से आंखों के दर्द से आराम मिलता है। कंजक्टीवाइटिस होने पर भी इसी घरेलू उपाय से आराम मिल सकता हैं।हल्दी से कान बहने की समस्या से आरामकान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं। इससे आराम पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर छान लें और उसे कान में डालें।पायरिया में हल्दी का प्रयोगसरसों का तेल व हल्दी मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर लगाकर अच्छी प्रकार मालिश करने तथा बाद में गर्म पानी से कुल्ला करने पर मसूड़ों के सब प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं।गले में खराश हो जाने परगले की खराश होने पर अजमोदा, हल्दी, यवक्षार और चित्रक इन सबके चूर्ण को एक चम्मच शहद के साथ सेवन करने से गले की खराश दूर होती है।हल्दी से खांसी में आरामहल्दी को भूनकर चूर्ण बना लें। हल्दी चूर्ण को शहद या घी के साथ मिलाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है।पेट दर्द में हल्दी से लाभपेट दर्द होने पर भी हल्दी का सेवन करने से दर्द से जल्दी आराम मिलता है। हल्दी को पानी में उबाल लें। पेट दर्द होने पर इसमें गुड़ मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पियें। हल्दी से गैस व अपच जैसी समस्याओं में भी आराम मिलता है।हल्दी-के-लाभकील–मुंहासों के लिए हल्दी का प्रयोगहल्दी स्किन के लिए फायदेमंद होने के कारण ही भारत में शादी और अन्य शुभ अवसर पर हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। हल्दी कील-मुंहासों की समस्या पर भी प्रभावकारी हो सकती है। हालांकि, इस बारे में कोई सटीक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन लोगों के अनुभव के आधार पर हल्दी को त्वचा के लिए असरदार माना है। इसलिए हल्दी को अन्य सामग्री जैसे – बेसन या मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाकर लगाया जा सकता है।बालों के लिए हल्दी का प्रयोगहल्दी लगाने के फायदे बालों के लिए भी हैं। डैंड्रफ की परेशानी केलिए हल्दी के साथ नारियल तेल का प्रयोग लाभदायक हो सकता है। जिससे कि डैंड्रफ और उससे होने वाली खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है।बवासीर में हल्दी से लाभखराब जीवनशैली और खराब खानपान के कारण अधिकतर लोगों को कब्ज हो जाती है। कब्ज़ के कारण ही आगे चलकर बवासीर की समस्या हो जाती है। बवासीर से आराम पाने के लिए सेहुंड के दूध में हल्दी मिलाकर मस्सों में लगाएं। । इसके अलावा सरसों के तेल में हल्दी चूर्ण को मिलाकर मस्सों पर लगाने से बवासीर में आराम मिलता है।डायबिटीज में फायदेमंद हल्दीहल्दी चूर्ण में आंवला रस और शहद मिलाकर सुबह और शाम को खाना डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। इसके अलावा, करक्यूमिनजो हल्दी का एक घटक है। इसका एंटी-डायबिटिक गुण मधुमेह में होने वाली किसी प्रकार की जटिलता के जोखिम को भी कम करने में सहायक हो सकता है।हल्दी से स्तन संबंधी रोगों से आरामस्तन से जुड़ी समस्याओं में भी हल्दी का उपयोग करना फायदेमंद रहता है। हल्दी और लोध्र को पानी में घिसकर स्तनों पर लेप करने से स्तन से जुड़े रोगों में लाभ होता है।चोट या घाव के लिए उपयोगी हल्दीहल्दी का उपयोग कई सालों से हल्की-फुल्की चोट या घावों को भरने के लिए किया जाता रहा है। हल्दी में एंटी बैक्टीरियल, घाव को भरने और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो घाव भरने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे कि हल्दी का उपयोग सामान्य चोट या घाव के लिए ही किया जाए, अगर घाव गंभीर है तो डॉक्टरी चिकित्सा को ही प्राथमिकता दें।प्रदर या ल्यूकोरिया में लाभप्रद हल्दीहल्दी चूर्ण और गुग्गुल चूर्ण को एक बराबर मात्रा में मिलाकर इसको सुबह-शाम सेवन करने से ल्यूकोरिया में फायदा मिलता है। इसके अलावा हल्दी चूर्ण को दूध में उबालकर व उसमें गुड़ मिलाकर खाने से भी ल्यूकोरिया में फायदा पहुँचता है।दाद खाज व खुजली में हल्दी से लाभअगर आपकी त्वचा पर कहीं दाद खुजली हो गयी है तो हल्दी के इस्तेमाल से आप इन समस्याओं को जल्दी ठीक कर सकते हैं। इसके लिए खुजलीवाली जगह पर हल्दी का लेप या हल्दी के साथ नीम की पत्तियों का लेप लगाएं।चर्म रोग में लाभदायक हल्दीखुजली व दाद के अतिरिक्त चर्म रोग में भी हल्दी का प्रयोग करने से फायदा होता है। इसके लिए हल्दी के चूर्ण में मक्खन मिलाकर चर्म रोग वाली जगह पर लगाने से फायदा होता है।सूजन हो जाने पर हल्दी का प्रयोगशरीर के किसी हिस्से में अगर सूजन हो रही है तो हल्दी के उपयोग से आप सूजन कम कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी, पिप्पली, पाठा, छोटी कटेरी, चित्रकमूल, सोंठ, पिप्पली, जीरा और मोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसे कपड़े से छान कर अलग रख लें। इस चूर्ण को गुनगुने जल के साथ मिलाकर खाने से सूजन में कमी आती है।हल्दी का उपयोग किस प्रकार करेंहल्दी के लाभ पाने के लिए निम्नलिखित तरीकों से हल्दी का उपयोग किया जा सकता है।एक चौथाई चम्मच हल्दी का प्रयोग दोपहर या रात के भोजन में कर सकते हैं।अगर आप स्नैक्स के तौर पर उबली हुई सब्जियां खाने के शौकीन हैं, तो रंग के लिए सब्जी उबालते वक्त उसमें चुटकी भर हल्दी डाल सकते हैं। इसके अलावा सलाद पर भी थोड़ी सी हल्दी डाल सकते हैं। इससे सलाद में पौष्टिक तत्व बढ़ जाते हैं।अगर आप सूप पीते हैं, तो उसमें भी थोड़ी हल्दी मिक्स की जा सकती है। इसके अतिरिक्त हल्दी की चाय भी बना सकते हैं। इसमें स्वाद के लिए थोड़ा सा शहद मिक्स कर सकते हैं।ज्यादातर लोग दूध में हल्दी डालकर पीते हैं। इसके अलावा हल्दी का उपयोग घरेलू फेसपैक के तौर पर भी किया जा सकता है।हल्दी के नुकसान (Side Effects of Turmeric)हल्दी के अधिक सेवन होने वाले कुछ दुष्परिणाम निम्नलिखित हैं।अत्यधिक हल्दी का सेवन हल्दी के साइड इफेक्ट का कारण बन सकता है। इससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है व जरूरत से ज्यादा हल्दी के सेवन से पेट संबंधी समस्या जैसे- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल आदि हो सकती हैं।हल्दी के साइड इफेक्ट में एनीमिया भी शामिल है। दरअसल, हल्दी का सेवन अधिक करने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है।हल्दी का अधिक सेवन करने से उल्टी, दस्त और मतली के साथ रक्त स्त्राव की समस्या भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त अधिक हल्दी के सेवन से सिरदर्द और त्वचा पर रैशेज की समस्या भी हो सकती है।सावधानीहल्दी का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव में सहायक हो सकता है। ऐसे में इसकी सीमित मात्रा का उपयोग कर इसके स्वास्थ्य लाभ उठाए जा सकते हैं। हल्दी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका असर धीरे-धीरे होता है। इसलिए, हल्दी के औषधीय गुण के असर के लिए संयम के साथ इसका सेवन करें और परिणाम का इंतजार करें।आमतौर पर 2-3 ग्राम हल्दी का रोजाना सेवन करना सेहत के लिए उपयुक्त है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के लिए हल्दी का उपयोग करना चाहते हैं तो चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लें।धन्यवादहमसे जुड़े रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज को अवश्य लाइक करें।आप इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

हल्दी के फायदे गुण व उपयोग (Benefits Of Turmeric In Hindi)
हल्दी-के-फायदे

मसालों में हल्दी का अपना एक विशेष महत्व है। लगभग हर घर की रसोई में हल्दी मिल जाती है। हल्दी खाने का स्वाद और रंग रूप तो बढ़ाती ही है इसके अलावा यह कई तरह के रोगों से भी बचाव करती है। इसी कारण पुराने समय से ही हल्दी का प्रयोग जड़ी बूटी के रूप में भी किया जा रहा है। आयुर्वेद में हल्दी के लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया है।
हल्दी के लाभ (Benefits Of Turmeric)
हल्दी एक जड़ी-बूटी है। इसका इस्तेमाल मसालों के रुप में प्रमुखता से किया जाता है। हिंदू धर्म में पूजा में या कोई भी शुभ काम करते समय भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है। खाने के अलावा कई तरह की बीमारियों से बचाव में भी हल्दी का उपयोग होता है।

सर्दी–जुकाम में हल्दी से लाभ
हल्दी की तासीर गर्म होती है। इसलिए जुकाम में इसका सेवन करना फायदेमंद रहता है। हल्दी के धुंए को रात के समय सूंघने से जुकाम में राहत मिलती है। हल्दी सूंघने के कुछ देर बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।

सिर की फुंसियों में हल्दी से फायदा
गर्मियों के मौसम में अक्सर सिर में फुंसियां हो जाती है। जिससे सिर में खुजली होने लगती है और खुजलाने पर दर्द और जलन होती है। इस समस्या से आराम पाने के लिए हल्दी और दारूहरिद्रा, भूनिम्ब, त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर रोजाना सिर पर मालिश करें।

मासिक धर्म के समय हल्दी का सेवन,
कई महिलाओं को मासिक धर्म के समय अधिक दर्द व पेट में ऐंठन का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। मासिक धर्म के दौरान हल्दी दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
आंखों के दर्द में हल्दी से लाभ
आंखों में दर्द होने पर या किसी तरह का संक्रमण होने पर हल्दी का प्रयोग करना लाभप्रद रहता है। हल्दी को उबालकर व छानकर इसे आंखों में डालने से आंखों के दर्द से आराम मिलता है। कंजक्टीवाइटिस होने पर भी इसी घरेलू उपाय से आराम मिल सकता हैं।

हल्दी से कान बहने की समस्या से आराम
कान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं। इससे आराम पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर छान लें और उसे कान में डालें।

पायरिया में हल्दी का प्रयोग
सरसों का तेल व हल्दी मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर लगाकर अच्छी प्रकार मालिश करने तथा बाद में गर्म पानी से कुल्ला करने पर मसूड़ों के सब प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं।

गले में खराश हो जाने पर
गले की खराश होने पर अजमोदा, हल्दी, यवक्षार और चित्रक इन सबके चूर्ण को एक चम्मच शहद के साथ सेवन करने से गले की खराश दूर होती है।

हल्दी से खांसी में आराम
हल्दी को भूनकर चूर्ण बना लें। हल्दी चूर्ण को शहद या घी के साथ मिलाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है।

पेट दर्द में हल्दी से लाभ
पेट दर्द होने पर भी हल्दी का सेवन करने से दर्द से जल्दी आराम मिलता है। हल्दी को पानी में उबाल लें। पेट दर्द होने पर इसमें गुड़ मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पियें। हल्दी से गैस व अपच जैसी समस्याओं में भी आराम मिलता है।

हल्दी-के-लाभ
कील–मुंहासों के लिए हल्दी का प्रयोग
हल्दी स्किन के लिए फायदेमंद होने के कारण ही भारत में शादी और अन्य शुभ अवसर पर हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। हल्दी कील-मुंहासों की समस्या पर भी प्रभावकारी हो सकती है। हालांकि, इस बारे में कोई सटीक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन लोगों के अनुभव के आधार पर हल्दी को त्वचा के लिए असरदार माना है। इसलिए हल्दी को अन्य सामग्री जैसे – बेसन या मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाकर लगाया जा सकता है।

बालों के लिए हल्दी का प्रयोग
हल्दी लगाने के फायदे बालों के लिए भी हैं। डैंड्रफ की परेशानी केलिए हल्दी के साथ नारियल तेल का प्रयोग लाभदायक हो सकता है। जिससे कि डैंड्रफ और उससे होने वाली खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है।

बवासीर में हल्दी से लाभ
खराब जीवनशैली और खराब खानपान के कारण अधिकतर लोगों को कब्ज हो जाती है। कब्ज़ के कारण ही आगे चलकर बवासीर की समस्या हो जाती है। बवासीर से आराम पाने के लिए सेहुंड के दूध में हल्दी मिलाकर मस्सों में लगाएं। । इसके अलावा सरसों के तेल में हल्दी चूर्ण को मिलाकर मस्सों पर लगाने से बवासीर में आराम मिलता है।

डायबिटीज में फायदेमंद हल्दी
हल्दी चूर्ण में आंवला रस और शहद मिलाकर सुबह और शाम को खाना डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। इसके अलावा, करक्यूमिनजो हल्दी का एक घटक है। इसका एंटी-डायबिटिक गुण मधुमेह में होने वाली किसी प्रकार की जटिलता के जोखिम को भी कम करने में सहायक हो सकता है।

हल्दी से स्तन संबंधी रोगों से आराम
स्तन से जुड़ी समस्याओं में भी हल्दी का उपयोग करना फायदेमंद रहता है। हल्दी और लोध्र को पानी में घिसकर स्तनों पर लेप करने से स्तन से जुड़े रोगों में लाभ होता है।

चोट या घाव के लिए उपयोगी हल्दी
हल्दी का उपयोग कई सालों से हल्की-फुल्की चोट या घावों को भरने के लिए किया जाता रहा है। हल्दी में एंटी बैक्टीरियल, घाव को भरने और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो घाव भरने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे कि हल्दी का उपयोग सामान्य चोट या घाव के लिए ही किया जाए, अगर घाव गंभीर है तो डॉक्टरी चिकित्सा को ही प्राथमिकता दें।
प्रदर या ल्यूकोरिया में लाभप्रद हल्दी
हल्दी चूर्ण और गुग्गुल चूर्ण को एक बराबर मात्रा में मिलाकर इसको सुबह-शाम सेवन करने से ल्यूकोरिया में फायदा मिलता है। इसके अलावा हल्दी चूर्ण को दूध में उबालकर व उसमें गुड़ मिलाकर खाने से भी ल्यूकोरिया में फायदा पहुँचता है।

दाद खाज व खुजली में हल्दी से लाभ
अगर आपकी त्वचा पर कहीं दाद खुजली हो गयी है तो हल्दी के इस्तेमाल से आप इन समस्याओं को जल्दी ठीक कर सकते हैं। इसके लिए खुजलीवाली जगह पर हल्दी का लेप या हल्दी के साथ नीम की पत्तियों का लेप लगाएं।

चर्म रोग में लाभदायक हल्दी
खुजली व दाद के अतिरिक्त चर्म रोग में भी हल्दी का प्रयोग करने से फायदा होता है। इसके लिए हल्दी के चूर्ण में मक्खन मिलाकर चर्म रोग वाली जगह पर लगाने से फायदा होता है।

सूजन हो जाने पर हल्दी का प्रयोग
शरीर के किसी हिस्से में अगर सूजन हो रही है तो हल्दी के उपयोग से आप सूजन कम कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी, पिप्पली, पाठा, छोटी कटेरी, चित्रकमूल, सोंठ, पिप्पली, जीरा और मोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसे कपड़े से छान कर अलग रख लें। इस चूर्ण को गुनगुने जल के साथ मिलाकर खाने से सूजन में कमी आती है।

हल्दी का उपयोग किस प्रकार करें
हल्दी के लाभ पाने के लिए निम्नलिखित तरीकों से हल्दी का उपयोग किया जा सकता है।

एक चौथाई चम्मच हल्दी का प्रयोग दोपहर या रात के भोजन में कर सकते हैं।

अगर आप स्नैक्स के तौर पर उबली हुई सब्जियां खाने के शौकीन हैं, तो रंग के लिए सब्जी उबालते वक्त उसमें चुटकी भर हल्दी डाल सकते हैं। इसके अलावा सलाद पर भी थोड़ी सी हल्दी डाल सकते हैं। इससे सलाद में पौष्टिक तत्व बढ़ जाते हैं।

अगर आप सूप पीते हैं, तो उसमें भी थोड़ी हल्दी मिक्स की जा सकती है। इसके अतिरिक्त हल्दी की चाय भी बना सकते हैं। इसमें स्वाद के लिए थोड़ा सा शहद मिक्स कर सकते हैं।

ज्यादातर लोग दूध में हल्दी डालकर पीते हैं। इसके अलावा हल्दी का उपयोग घरेलू फेसपैक के तौर पर भी किया जा सकता है।

हल्दी के नुकसान (Side Effects of Turmeric)
हल्दी के अधिक सेवन होने वाले कुछ दुष्परिणाम निम्नलिखित हैं।

अत्यधिक हल्दी का सेवन हल्दी के साइड इफेक्ट का कारण बन सकता है। इससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है व जरूरत से ज्यादा हल्दी के सेवन से पेट संबंधी समस्या जैसे- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल आदि हो सकती हैं।

हल्दी के साइड इफेक्ट में एनीमिया भी शामिल है। दरअसल, हल्दी का सेवन अधिक करने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है।

हल्दी का अधिक सेवन करने से उल्टी, दस्त और मतली के साथ रक्त स्त्राव की समस्या भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त अधिक हल्दी के सेवन से सिरदर्द और त्वचा पर रैशेज की समस्या भी हो सकती है।

सावधानी
हल्दी का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव में सहायक हो सकता है। ऐसे में इसकी सीमित मात्रा का उपयोग कर इसके स्वास्थ्य लाभ उठाए जा सकते हैं। हल्दी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका असर धीरे-धीरे होता है। इसलिए, हल्दी के औषधीय गुण के असर के लिए संयम के साथ इसका सेवन करें और परिणाम का इंतजार करें।
आमतौर पर 2-3 ग्राम हल्दी का रोजाना सेवन करना सेहत के लिए उपयुक्त है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के लिए हल्दी का उपयोग करना चाहते हैं तो चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लें।

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Benefits Of Turmeric In Hindi

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Turmeric has a special significance among spices. Turmeric mill in the kitchen of almost every household 

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